क्राइम जर्नलिस्ट(सम्पादक-सेराज खान)

टेढ़ा गाँव में ‘खूनी राजकुमार’ नाटक को दर्शकों ने सराहा, समापन दिवस पर उमड़ी भारी भीड़।
दुद्धी/सोनभद्र।(प्रमोद कुमार) दुद्धी ब्लॉक क्षेत्र के टेढ़ा गाँव में चल रहे तीन दिवसीय नाटक महोत्सव का समापन रविवार की देर रात शानदार ढंग से हुआ। अंतिम दिन मंचित ‘खूनी राजकुमार’ नाटक की जीवंत प्रस्तुति ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। ग्रामीणों की भारी भीड़ देर रात तक मंचन का आनंद लेती रही।
नाटक की कथा में राजा चंदन सिंह की भूमिका दिखाई गई, जिनके संतान न होने पर एक ज्योतिषी उन्हें बताता है कि भविष्य में उन्हें संतान तो होगी, पर वह खूनी और पापी होगा। कथा के अनुसार राजा को एक पुत्र होता है, जो बड़ा होकर अपने ही पिता की हत्या कर राजपाट अपने कब्ज़े में ले लेता है। कलाकारों के दमदार अभिनय और संवादों ने दर्शकों को भावविभोर कर दिया।
नाटक मंचन के जन्मदाता एवं पूर्व प्रधान यदुनाथ प्रसाद यादव ने बताया कि टेढ़ा गाँव में 1968 से नाट्य प्रस्तुति की यह सामाजिक परंपरा जारी है। उन्होंने कहा कि उस समय जब कोई तकनीकी व्यवस्था नहीं थी, तब भी ग्रामीण बिना साउंड सिस्टम के नाटक किया करते थे और दर्शक लालटेन व ढिबरी की रोशनी में मंचन देखने आते थे। उन्होंने नाटक मंडली की टीम और आयोजन समिति के कलाकारों की सराहना करते हुए कहा कि यह परंपरा आज भी टेढ़ा, दिघुल, नगवा, निमियाडीह, बघाडू, खजुरी और पकरी समेत कई गांवों को जोड़ती है।
समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में फुलवार गाँव के ग्राम प्रधान दिनेश यादव, विशिष्ट अतिथि राशिद अली, अनिल हलवाई और जगतनारायण यादव उपस्थित रहे। मुख्य अतिथि दिनेश यादव ने कहा कि टेढ़ा गाँव नाटक मंचन की ऐतिहासिक परंपरा को आज भी जीवित रखे हुए है। उन्होंने कहा कि इस नाटक की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इसमें स्थानीय कलाकार भाग लेते हैं, जिससे ग्रामीण प्रतिभाएं निखरकर प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर तक पहचान बना रही हैं।
इस अवसर पर ग्राम प्रधान प्रतिनिधि सरजू प्रसाद यादव, कमेटी अध्यक्ष अशोक कुमार यादव, सत्यनारायण यादव, राजकुमार चेरो, मुनीलाल यादव, बृज किशोर यादव, घनश्याम यादव, ओमप्रकाश यादव, आकाश यादव और संतोष ऋषि सहित कई ग्रामीण उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन एडवोकेट रमेश यादव ने किया।
