Crime Journalist (सम्पादक-सेराज खान)

ब्यूरो चीफ सुल्तानपुर-डॉ आकृति अग्रहरि

राणा प्रताप पीजी कालेज में एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी 8 नवंबर को!

सुल्तानपुर – भारत की सांस्कृतिक धरोहर एवं अभिलेख संरक्षण की चुनौतियां विषय पर चिंतन करेंगे देश भर के विद्वान
सुलतानपुर। राणा प्रताप स्नातकोत्तर महाविद्यालय में शनिवार आठ नवम्बर को एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी होगी। उत्तर प्रदेश राजकीय अभिलेखागार , संस्कृति विभाग के सहयोग से आयोजित होने वाली इस संगोष्ठी में देश भर के विभिन्न विश्वविद्यालयों के विद्वान जुटेंगे।
यह जानकारी देते हुए संगोष्ठी संयोजक व प्राचार्य प्रोफेसर दिनेश कुमार त्रिपाठी ने बताया कि भारत की सांस्कृतिक धरोहर एवं अभिलेख संरक्षण की चुनौतियां विषय पर होने वाली यह संगोष्ठी कई सत्रों में चलेगी ।
राष्ट्रीय संगोष्ठी का उद्घाटन पुस्तकालय कक्ष में सुबह दस बजे से होगा । जिसमें लखनऊ विश्वविद्यालय के प्राचीन इतिहास एवं पुरातत्व विभागाध्यक्ष प्रोफेसर अनिल कुमार मुख्य अतिथि होंगे। उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता मुम्बई विश्वविद्यालय के पूर्व हिन्दी विभागाध्यक्ष प्रोफेसर रामजी तिवारी करेंगे । बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर केंद्रीय विश्वविद्यालय के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ सुशील कुमार पाण्डेय विशिष्ट वक्ता होंगे। साढ़े ग्यारह बजे से शुरू होने वाले प्रथम तकनीकी सत्र की अध्यक्षता समाजशास्त्र के पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ.एम.पी.सिंह करेंगे। इस सत्र के मुख्य वक्ता संत तुलसीदास पीजी कालेज के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ सतीश कुमार सिंह व विशिष्ट वक्ता राजा मोहन गर्ल्स पीजी कालेज अयोध्या की प्राचीन इतिहास विभागाध्यक्ष प्रोफेसर प्रज्ञा मिश्र होंगीं । दो बजे से चलने वाले द्वितीय तकनीकी सत्र की अध्यक्षता के एन आई पी एस एस के पूर्व प्राचार्य प्रोफेसर राधेश्याम सिंह करेंगे। इसके मुख्य वक्ता पीवी पीजी कालेज प्रतापगढ़ के पूर्व प्राचार्य प्रोफेसर बृजभानु सिंह व विशिष्ट वक्ता संत तुलसीदास पीजी कालेज के प्राचीन इतिहास विभागाध्यक्ष प्रोफेसर जितेन्द्र तिवारी होंगे। साढ़े तीन बजे समापन सत्र आयोजित होगा जिसकी अध्यक्षता महाविद्यालय के पूर्व प्राचार्य प्रोफेसर एम पी सिंह विसेन करेंगे। मुख्य वक्ता उत्तर प्रदेश राजकीय अभिलेखागार के सहायक निदेशक विजय श्रीवास्तव व विशिष्ट वक्ता गनपत सहाय पीजी कालेज के समाजशास्त्र विभागाध्यक्ष प्रोफेसर शक्ति सिंह होंगे।
प्राचार्य ने बताया कि राष्ट्रीय संगोष्ठी के विभिन्न सत्रों में शोध पत्र प्रस्तुत करने के लिए अनेक विश्वविद्यालयों के शिक्षकों व शोधकर्ताओं ने पंजीकरण कराया है।
डॉ राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर बिजेंद्र सिंह, क्षत्रिय शिक्षा समिति के अध्यक्ष एडवोकेट संजय सिंह व महाविद्यालय के प्रबंधक एडवोकेट बालचंद्र सिंह संगोष्ठी के संरक्षक होंगे।
महाविद्यालय की उप प्राचार्य प्रोफेसर निशा सिंह व प्राचीन भारतीय इतिहास , पुरातत्व व संस्कृति विभागाध्यक्ष प्रोफेसर शैलेन्द्र प्रताप सिंह को संगोष्ठी का सह संयोजक बनाया गया है। समाजशास्त्र विभागाध्यक्ष बृजेश कुमार सिंह, प्राचीन इतिहास विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ प्रभात कुमार श्रीवास्तव व विनय कुमार विश्वकर्मा को संगोष्ठी सचिव की जिम्मेदारी सौंपी गई है। राष्ट्रीय संगोष्ठी के मीडिया प्रभारी असिस्टेंट प्रोफेसर ज्ञानेन्द्र विक्रम सिंह रवि व डॉ संतोष सिंह अंश बनाए गए हैं।
ज्ञानेन्द्र विक्रम सिंह रवि ने बताया कि संगोष्ठी की तैयारियां पूरी की जा चुकी हैं। शोध पत्र प्रस्तुति हेतु पंजीकरण आनलाइन और आफलाइन दोनों तरह से किया जा सकता है।