क्राइम जर्नलिस्ट(सम्पादक-सेराज खान)
दुद्धी में लगातार चोरी की घटनाओं ने फैलाई दहशत, पुलिस को खुली चुनौती।
दुद्धी/सोनभद्र।(प्रमोद कुमार) नगर और आस-पास के क्षेत्रों में चोरों का इतना बढ़ा आतंक कि लोगों में भय और असुरक्षा का महौल कायम हो गया है। बीते दो दिनों में दो बड़ी और शातिराना चोरी की वारदातों ने पुलिस सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
28 अगस्त बृहस्पतिवार की रात वार्ड पांच निवासी व्यवसायी मोहम्मद आलम के घर चोरों ने ताले तोड़कर चौंकाने वाली करीब 41 लाख रुपये की संपत्ति चोरी कर ली। नकद पच्चीस लाख से अधिक और लगभग 30 लाख के जेवरात पर हाथ साफ कर लिया । चोरी इतनी चालाकी से की गई कि आस-पास के लोगों को पता भी नहीं चला।
वहीं, अगले दिन शुक्रवार की देर रात मल्देवा गांव में डॉ. लवकुश प्रजापति के घर के सामने स्थित 70 वर्षीय सैमसनदास के मकान को निशाना बनाया गया। घर के दरवाजे की कुंडी लाकर काटकर लगभग 30 हजार रुपये नकद साथ ही कीमती साड़ी और कपड़े चोर ले गए। इस घटना की जानकारी तब लगी जब शनिवार की सुबह परिवार का सदस्य घर का जायजा लेने पहुंचा।
बताया गया कि आलम के घर चोरी वाले दिन उसी रात भुल्लन सिंह के घर चोरी का प्रयास भी हुआ था , लेकिन वहां लगे सीसीटीवी कैमरे और सेंसर सायरन ने चोरों की नापाक योजना को नाकाम कर दिया।
लगातार बढ़ रही चोरी की घटनाओं को लेकर शहर व आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों में गहरी चिंता और आक्रोश व्याप्त है। नागरिकों का आरोप है कि पुलिस की गश्त और सुरक्षा व्यवस्था केवल लिखित ही रह गई है, वरना इस प्रकार की बड़ी वारदातें इतनी बार हो ही नहीं सकती थीं।
मोहम्मद आलम के घर चोरी की वारदात स्थल पर अपर पुलिस अधीक्षक त्रिभुवन नाथ त्रिपाठी ने निरीक्षण कर पीड़ित को शीघ्र कार्यवाही का भरोसा दिया।
दूसरे दिन मल्देवा गांव की घटना की सूचना मिलते ही कोतवाली प्रभारी फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और जांच शुरू कर दी है।
पुलिस की कार्रवाई के बावजूद लगातार हो रही चोरी ने दुद्धी और आसपास के गांवों में असुरक्षा की भावना को और बढ़ा दिया है। लोग डरे-सहमे हुए हैं और पुलिस अधीक्षक से शीघ्र गिरफ्तारी तथा सुरक्षा इंतजाम सुनिश्चित करने की मांग कर रहे हैं।
यह स्थिति दुद्धी में कानून-व्यवस्था और सुरक्षा व्यवस्था पर एक बड़ा प्रश्नचिन्ह खड़ा करती है जिसे शीघ्र सुलझाना आवश्यक है।