Crime Journalist (सम्पादक – सेराज खान)
ब्यूरो चीफ सुल्तानपुर-आकृति अग्रहरि
उत्तर प्रदेश में चमचमाता विकास देखना हो, तो आइये कादीपुर।
कादीपुर, सुल्तानपुर – उत्तर प्रदेश के जनपद सुल्तानपुर के पूर्वी छोर पर स्थित तहसील/नगर पंचायत कादीपुर में उत्तर प्रदेश सरकार की मंशा के अनुरूप चमचमाता विकास देखना हो तो एक बार कादीपुर अवश्य आइये। कादीपुर तहसील क्षेत्र के अन्तर्गत विकासखण्ड अखण्ड नगर से ही सुल्तानपुर जनपद के कादीपुर विधायक राजेश गौतम, जयसिंहपुर विधायक राजबाबू उपाध्याय, लम्भुआ विधायक सीताराम वर्मा, सुल्तानपुर शहर के विधायक विनोद सिंह एवं भाजपा जिलाध्यक्ष डॉ आर ए वर्मा के मूल निवास का सम्बन्ध है, फिर भी कादीपुर से दोस्तपुर होते हुए जनपद अम्बेडकरनगर को जोड़ने वाली एवं कादीपुर से चांदा कस्बे तक लखनऊ वाराणसी हाइवे को जोड़ने वाली सड़क भगवान भरोसे है। यहां तक नगरपंचायत कादीपुर की उत्कृष्ट विकास देखना हो तो कादीपुर नगरपंचायत परिक्षेत्र की सड़कों व गलियों का मुआयना एक बार अवश्य किया जाना चाहिए, जहां दोस्तपुर रोड से श्रीराम स्कूल होते हुए शाहगंज रोड़ तक जाने वाले मार्ग को जल निगम द्वारा एक तरफ नाली निर्माण के लिए खोद कर उबड़-खाबड़ कर दिया गया तो वही मथुरा प्रसाद सिंह के मकान से शाहगंज रोड़ तक की गली को पांच फीट की गहराई तक महीनों से खोद कर छोड़ दिया गया है न तो नाली बन रही है और न ही जल निगम की पाईप डाली जा रही है यही नहीं इसी मार्ग से तहसील होते हुए दोस्तपुर रोड पर आने वाला मार्ग भी पाइप डालने के बाद क्षतिग्रस्त कर दिया गया है जिसके कारण राह चलना भी दूभर हो गया है। इस बीच आज रात में हुई बरसात के बाद हजारों की आबादी अपने घरों से निकलना मुश्किल हो गया है। कीचड़ और फिसलन से दुर्घटनाएं हो रही है लेकिन कोई देखने वाला नहीं है। हर गली व हर मार्ग की यही स्थिति है। यही नहीं चीनी मिल मोड़ से पटेल चौराहे तक यह स्पष्ट ही नहीं हो पा रहा सड़क में गड्ढा है या गड्ढे में सड़क है। यह स्थिति तब है जब एक तरफ नगरपंचायत के चेयरमैन आनन्द जायसवाल और उत्तर प्रदेश ओबीसी बोर्ड के सदस्य धनश्याम जायसवाल स्वयं सत्ता पार्टी से ही सम्बन्ध रखते हैं, तो दूसरी तरफ तहसील के उपजिलाधिकारी, विकासखण्ड अधिकारी सहित सभी उच्च अधिकारी, थाना पुलिस व बड़े बड़े पत्रकारों का कार्यालय एवं आवास इसी क्षेत्र में है और इन्हीं मार्गों से सभी का आना जाना भी होता है लेकिन मजाल क्या कि कोई उक्त का संज्ञान ले सके।