क्राइम जर्नलिस्ट(सम्पादक सेराज खान)

कुड़वा में फिर भड़का ग्रामीणों का गुस्सा,नाबालिग बच्चों से कचरा उठवाने का आरोप, छठ घाट के पानी को दूषित करने की शिकायत।
दुद्धी/सोनभद्र।(प्रमोद कुमार) कोन विकास खंड के ग्राम पंचायत कुड़वा में सफाई व्यवस्था को लेकर एक बार फिर ग्रामीणों ने हंगामा किया। ग्रामीणों का आरोप है कि रविवार को सफाई कर्मी ओमप्रकाश कनौजिया की मौजूदगी में नाबालिग बच्चों से कचरा उठवाया गया। सफाई कर्मी मौके पर मूकदर्शक बने रहे। ग्रामीणों ने यह भी बताया कि उठाया गया कचरा पांडु नदी में फेंक दिया गया, जहां प्रतिवर्ष सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु छठ पूजा करते हैं।
ग्रामीणों ने कहा कि यह कृत्य न केवल बाल अधिकार संरक्षण अधिनियम 2005 का उल्लंघन है बल्कि छठ जैसे पवित्र पर्व के जल को दूषित करने जैसा कृत्य भी है। ग्रामीणों ने सवाल उठाया कि जब लाखों की लागत से कचरा संग्रहण भवन बना है तो कचरा नदी में क्यों फेंका गया?
ग्रामीण श्रवण यादव, जग्गू, विजय, सोमारु, राधेश्याम आदि ने नाराजगी जताते हुए कहा कि सफाई कर्मियों की नियुक्ति सफाई के लिए की गई है, फिर बच्चों से कार्य क्यों कराया गया? बताया गया कि जिन बच्चों से सफाई कराई गई, वे करीब 8 से 10 वर्ष के हैं, जिनमें गोपाल पुत्र गुन्जु उर्फ लालमणि चेरो, लवकुश पुत्र रामसेवक चेरो, राकेश पुत्र विजय शंकर चेरो शामिल हैं। सभी बच्चे ग्राम पंचायत कुड़वा, टोला तुमियां, थाना कोन क्षेत्र के निवासी हैं और पढ़ाई भी करते हैं। ग्रामीणों के अनुसार उन्हें सौ रुपये का लालच देकर देर शाम तक कचरा उठवाया गया।
घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने मंगलवार तड़के समाजसेवी गंगाप्रसाद यादव के नेतृत्व में तुमियां चौराहे पर जोरदार प्रदर्शन किया और दोषी सफाई कर्मी तथा जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। प्रदर्शन में रामेश्वर चेरो, सोमारु चेरो, राधेश्याम, रीना देवी और कमला देवी समेत कई ग्रामीण उपस्थित रहे।
इस संबंध में एडीओ (पंचायत) सुनील पाल ने कहा कि मामले की जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
