क्राइम जर्नलिस्ट(सम्पादक-सेराज खान)

दुद्धी में श्रीरामलीला मंचन का हुआ शुभारंभ,संगीतमय झांकियों और कलाकारों के जीवंत मंचन से दर्शक भावविभोर।
दुद्धी/सोनभद्र।(प्रमोद कुमार)नगर के ऐतिहासिक तहसील प्रांगण स्थित रामलीला मंच पर गुरुवार की शाम भव्य आयोजन के साथ श्रीरामलीला मंचन का शुभारंभ किया गया।कार्यक्रम का प्रारंभ मुख्य अतिथि कमलेश मोहन चेयरमैन,सीओ राजेश कुमार राय ने संयुक्त रूप से भगवान हनुमान के चित्र पर पुष्प अर्पित कर एवं दीप प्रज्ज्वलित कर विधिवत रूप से किया गया।तत्पश्चात फीता काट कर झांकी स्वरूप में श्री भगवान लक्ष्मीनारायण और भगवान शिव-पार्वती की आरती की गई । इस अवसर पर पूरे प्रांगण का वातावरण भक्तिमय गूंज से भर गया।
 श्री रामलीला कमेटी के अध्यक्ष कन्हैया लाल अग्रहरि और महामंत्री सुरेंद्र गुप्ता सहित श्री रामलीला कमेटी के संरक्षक नंदलाल अग्रहरि, रामलोचन तिवारी, देवनारायण जायसवाल द्वारा विशिष्ट अतिथि और मुख्य अतिथियों को माल्यार्पण, अंगवस्त्रम और रामचरित्र मानस भेंट किया गया।
श्री रामलीला कमेटी के अध्यक्ष कन्हैया लाल अग्रहरि और महामंत्री सुरेंद्र गुप्ता सहित श्री रामलीला कमेटी के संरक्षक नंदलाल अग्रहरि, रामलोचन तिवारी, देवनारायण जायसवाल द्वारा विशिष्ट अतिथि और मुख्य अतिथियों को माल्यार्पण, अंगवस्त्रम और रामचरित्र मानस भेंट किया गया।

 कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए एसडीएम निखिल यादव ने अपने बचपन की रामलीला से जुड़ी यादें साझा कीं। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि पिता अक्सर कहा करते थे कि रामचरित को अपने भीतर आत्मसात करो, राम का त्याग और समर्पण जीवन का आदर्श है। उन्होंने कहा कि भगवान राम ने पुत्र, भाई और राजा के रूप में आदर्श आचरण प्रस्तुत किया। राम के गुणों को आत्मसात करने से समाज में बुराइयां और कुरीतियां स्वयं ही समाप्त हो जाएंगी। उन्होंने उपस्थित जनों से रामायण के प्रसंगों से सीख लेने और रावण के अवगुणों से बचने की प्रेरणा दी।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए एसडीएम निखिल यादव ने अपने बचपन की रामलीला से जुड़ी यादें साझा कीं। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि पिता अक्सर कहा करते थे कि रामचरित को अपने भीतर आत्मसात करो, राम का त्याग और समर्पण जीवन का आदर्श है। उन्होंने कहा कि भगवान राम ने पुत्र, भाई और राजा के रूप में आदर्श आचरण प्रस्तुत किया। राम के गुणों को आत्मसात करने से समाज में बुराइयां और कुरीतियां स्वयं ही समाप्त हो जाएंगी। उन्होंने उपस्थित जनों से रामायण के प्रसंगों से सीख लेने और रावण के अवगुणों से बचने की प्रेरणा दी।

 विशिष्ट अतिथि पुलिस क्षेत्राधिकारी राजेश कुमार राय ने रामलीला कमेटी को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने तुलसीदास की उक्ति ‘ रघुकुल रीति सदा चली आई, प्राण जाए पर वचन न जाई’ का उल्लेख करते हुए कहा कि रामायण का सामूहिक अध्ययन व मंचन परिवार और समाज को जोड़ता है। उन्होंने लोगों से अपने परिवार सहित रामायण और रामलीला देखने का आग्रह करते हुए कहा कि इससे बच्चों में अच्छे संस्कार और ज्ञान का विकास होता है। साथ ही उन्होंने मोबाइल फोन के दुरुपयोग से बचने और सदैव सीखते रहने की प्रेरणा दी।
विशिष्ट अतिथि पुलिस क्षेत्राधिकारी राजेश कुमार राय ने रामलीला कमेटी को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने तुलसीदास की उक्ति ‘ रघुकुल रीति सदा चली आई, प्राण जाए पर वचन न जाई’ का उल्लेख करते हुए कहा कि रामायण का सामूहिक अध्ययन व मंचन परिवार और समाज को जोड़ता है। उन्होंने लोगों से अपने परिवार सहित रामायण और रामलीला देखने का आग्रह करते हुए कहा कि इससे बच्चों में अच्छे संस्कार और ज्ञान का विकास होता है। साथ ही उन्होंने मोबाइल फोन के दुरुपयोग से बचने और सदैव सीखते रहने की प्रेरणा दी।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि नगर पंचायत अध्यक्ष कमलेश मोहन ने कहा कि रामायण के प्रसंग हमें अपने परिवार और समाज के प्रति कर्तव्यों का बोध कराते हैं। यही अनुकरणीय आदर्श समाज में सद्भाव और अच्छा संदेश फैलाते हैं। अपने संबोधन में उन्होंने दुद्धी नगर के विकास कार्यों और सीमा क्षेत्र की समस्याओं पर भी प्रकाश डाला और समाधान की दिशा में कार्य करने की प्रतिबद्धता जताई।
रामलीला आरंभ होते ही नगर में हर्ष और उल्लास का वातावरण व्याप्त हो गया। उद्घाटन दिवस पर नारद मोह के संगीतमय झांकियों और कलाकारों के जीवंत मंचन ने दर्शकों को भावविभोर कर दिया।कार्यक्रम का संचालन आलोक अग्रहरि ने किया ।
। इस दौरान डॉ लवकुश प्रजापति,रामेश्वर राय, नंदलाल अग्रहरि, डॉ कमल कानू आदि ने मंच के माध्यम से उपस्थित लोगों को संबोधित किया ।
इस मौके पर देवनारायण जायसवाल, भोलानाथ आढ़ती, नंदलाल अग्रहरि, दिनेश आढ़ती, रामेश्वर राय, अजीत सिंह, राजकुमार अग्रहरि, कमल कानू, डॉ० मिथलेश कुमार, राजेंद्र श्रीवास्तव, डॉ० पीके विश्वास, रामपाल जौहरी रूपेश जौहरी, दीपक शाह, अनिल हलवाई, सुमित सोनी, प्रेम नारायण आदि मौजूद रहे ।
