क्राइम जर्नलिस्ट(सम्पादक-सेराज खान)

बीआरडी दुद्धी में ओजोन दिवस पर भाषण प्रतियोगिता व संगोष्ठी का आयोजन।

दुद्धी/सोनभद्र।(प्रमोद कुमार)भाऊराव देवरस राजकीय महाविद्यालय के प्राणी विज्ञान विभाग (कक्ष संख्या 48) में मंगलवार 16 सितंबर 2025 को ओजोन दिवस के अवसर पर भाषण प्रतियोगिता एवं संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य डॉ. रामसेवक सिंह यादव ने की। इस अवसर पर कुल 20 छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया।
निर्णायक मंडल द्वारा घोषित परिणाम में मनीषा बी.एससी. प्रथम सेमेस्टर एवं अखिलेश बी.ए. पंचम सेमेस्टर ने संयुक्त रूप से प्रथम स्थान प्राप्त किया। द्वितीय स्थान संगीता बी.एससी. पंचम सेमेस्टर एवं सिम्मी अग्रहरि बी.ए. पंचम सेमेस्टर ने हासिल किया जबकि तृतीय स्थान पूजा यादव बी.एससी. पंचम सेमेस्टर एवं शिवम बी.ए. तृतीय सेमेस्टर के नाम रहा।
संगोष्ठी में वक्ताओं ने ओजोन परत के संरक्षण की आवश्यकताएं और महत्व पर ज़ोर दिया। प्रथम वक्ता मिथिलेश कुमार गौतम ने कहा कि ओजोन परत पृथ्वी का सुरक्षा कवच है। उन्होंने मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल को ऐतिहासिक पहल बताते हुए पर्यावरण-अनुकूल तकनीक अपनाने की अपील की।
द्वितीय वक्ता डॉ. राजेश भारती ने बताया कि 16 सितंबर 1987 को मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल पर हस्ताक्षर किए गए थे और इसी स्मृति में प्रतिवर्ष ओजोन दिवस मनाया जाता है।
तृतीय वक्ता डॉ. अजय कुमार ने कहा कि ओजोन संरक्षण केवल वैज्ञानिक विषय नहीं बल्कि राजनीतिक प्रतिबद्धता का भी विषय है। उन्होंने कहा कि सरकारों को सतत विकास व स्वच्छ ऊर्जा की ओर गंभीरता से कदम उठाने होंगे।
चतुर्थ वक्ता डॉ. राजेश यादव ने बताया कि ओजोन संरक्षण आर्थिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। स्वच्छ तकनीक और हरित उद्योगों में निवेश दीर्घकालिक विकास का आधार हैं।
कार्यक्रम के अध्यक्ष प्राचार्य डॉ. रामसेवक सिंह यादव ने कहा कि ओजोन परत का संरक्षण समाज के हर वर्ग से जुड़ा विषय है। स्वच्छ पर्यावरण और सुरक्षित ओजोन परत ही एक स्वस्थ समाज का आधार हैं। इसके संरक्षण के लिए सामूहिक प्रयास आवश्यक हैं।
इस अवसर पर डॉ. विवेकानंद, डॉ. सचिन कुमार विश्वकर्मा, डॉ. अंकित, डॉ. गीता, डॉ. प्रियंका जायसवाल सहित अन्य शिक्षक और अधिकारीगण उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन विभागीय सहयोगी एवं कर्मचारी मृत्युंजय यादव, सुरेश चंद्र, शाहबाज खां और संतोष सिंह ने किया। भारी संख्या में छात्र-छात्राओं की उपस्थिति से कार्यक्रम सफल रहा।