Crime Journalist (सम्पादक – सेराज खान)

ब्यूरो चीफ सुल्तानपुर-आकृति अग्रहरि
नवागत जिलाधिकारी की पहली प्रेस वार्ता से वंचित रहे पत्रकार,सूचना विभाग की लापरवाही पर उठे सवाल!
सुल्तानपुर – नवागत जिलाधिकारी कुमार हर्ष की पहली पत्रकार वार्ता पर सूचना विभाग की गंभीर लापरवाही के चलते विवाद खड़ा हो गया है। मंगलवार को आयोजित इस प्रेस वार्ता की सूचना अधिकांश पत्रकारों को नहीं दी गई, जिससे बड़ी संख्या में मीडियाकर्मी जिलाधिकारी से संवाद के महत्वपूर्ण अवसर से वंचित रह गए। जिले में सूचना तंत्र की विफलता को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं। स्थानीय पत्रकारों का कहना है कि सूचना विभाग द्वारा बनाए गए आधिकारिक ग्रुप में प्रेस वार्ता की कोई जानकारी साझा नहीं की गई। नतीजतन, जिन पत्रकारों को इसकी खबर नहीं मिली, वे महत्वपूर्ण सरकारी योजनाओं और प्रशासन की प्राथमिकताओं पर जिलाधिकारी की नीतियों को जानने से चूक गए।सूचना विभाग के अधिकारियों ने इस चूक के पीछे जल्दबाजी का कारण बताया है। और बताया गया कि यह प्रेस वार्ता अचानक तय की गई थी, इसलिए सभी को समय पर सूचना नहीं दी जा सकी। हालांकि, यह तर्क पत्रकारों को संतुष्ट नहीं कर सका। इस बात को लेकर पत्रकारों में गहरी नाराजगी है।कई वरिष्ठ पत्रकारों ने इसे सूचना विभाग की कर्तव्यहीनता और पत्रकारिता के प्रति असंवेदनशीलता का परिणाम बताया है। एक स्थानीय पत्रकार ने कहा प्रशासन और पत्रकारों के बीच बेहतर संवाद के लिए पारदर्शिता और सूचना का समय पर आदान-प्रदान जरूरी है। ऐसी घटनाएं सूचना तंत्र की कमजोरी को उजागर करती हैं।इस घटनाक्रम का असर नवागत जिलाधिकारी की छवि पर भी पड़ा है। उनकी पहली प्रेस वार्ता को लेकर जिस उत्सुकता की उम्मीद थी, वह सूचना विभाग की नाकामी के कारण फीकी पड़ गई। अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि जिलाधिकारी और सूचना विभाग की ओर से इस स्थिति को सुधारने के लिए क्या कदम उठाए जाते हैं।
