क्राइम जर्नलिस्ट(सम्पादक-सेराज खान)
विधायक जी!पुलिस व लेखपाल के सह पर हमारी भूमि पर जबरन कब्जा कर रहा विपक्षी,अब दे रहा घर गिरवाने की धमकी
म्योरपुर के चागा निवासी एक अगरिया परिवार के सदस्यों ने डबडबायी आंखों से विधायक को सुनाई अपनी व्यथा
कहा पिछले कई माह से पुलिस प्रशासन व राजस्वकर्मियों के चक्कर लगा कर परेशान है परिवार
दुद्धी/सोनभद्र।(प्रमोद कुमार) म्योरपुर थाना क्षेत्र के चागा निवासी एक अगरिया परिवार के सदस्यों की उस समय आंखे डबडबा गयी जब वे क्षेत्रीय विधायक को सोमवार की शाम दुद्धी में गोंडवाना भवन पर जनसुनवाई के दौरान अपनी व्यथा सुना रहे थे |तेजू अगरिया व उनकी पत्नी जगमन अगरिया म्योरपुर थाना क्षेत्र के चागा निवासी है उन्होंने विधायक विजय सिंह गोंड को बताया कि ग्राम चागा में तेजू के नाम कुल 6 गाटे में 1.2950 हेक्टेयर सिरदारी जमीन है इसके अलावा वनाधिकार पट्टे से पत्नी जगमन के नाम 177 क मी0 रक़बा .0900 हे0 व 177 ज मी0 .300 हे0 भूमि पट्टे से मिली है |सिरदारी जमीन 173ख के .750 हे0 भूमि समेत वनाधिकार से पट्टे से मिली भूमि को झारखंड से आये एक दबंग द्वारा सीमाचिन्ह उखाड़कर जबरन कब्जा किया जा रहा है और जब हम सब अपनी भूमि को जोतने जाते है तो विपक्षी देव कुमार ,रामकुमार पुत्रगण सोबरन मौर्या द्वारा धमकी दी जा रही है| इसको लेकर जब म्योरपुर थाने में गुहार लगाई तो मेरे से जबरन दबाव बनाकर सुलह समझौता लिखवा लिया गया ,इसी मामले में पुलिस ने उनके पुत्र लक्षमण को जेल भी भेज दिया |पीड़ित परिवार ने बताया कि उन्हें कहीं न्याय नही मिल रहा है ,इसलिए थक हार कर उनसे गुहार लगाने आये हैं|इस संदर्भ में एक शिकायती पत्र सौंपते हुए क्षेत्रीय विधायक से न्याय की गुहार लगाई जिस पर विधायक ने उच्च अधिकारियों से मिलकर पीड़ित परिवार को न्याय का भरोसा दिया ,तब जाकर पीड़ित परिवार को अपनी भूमि को पाने की उम्मीद जगी|इस दौरान
पीड़ित का बहु समुंद्री दामाद शोभनाथ सहित पुत्र मौजूद रहें|
गरीब आदिवासी की भूमि को कब्जा करवा रही पुलिस –
म्योरपुर थाना क्षेत्र के चागा निवासी अगरिया परिवार के भूमि विवाद प्रकरण में क्षेत्रीय विधायक विजय सिंह गोंड ने कहा समूचे प्रकरण में म्योरपुर पुलिस की भूमिका संदिग्ध है ,चूंकि जैसा कि बताया गया कि विपक्षी पैसा वाला व्यक्ति है इसी कारण पुलिस इस आदिवासी परिवार की भूमि को म्योरपुर पुलिस जबरन लुटवा रही है ,विधायक ने कहा कि इस प्रकरण में वे जल्द ही पुलिस अधीक्षक से मिलकर मामले की जांच करवाएंगे की पीड़ित को न्याय दा देकर उसके खिलाफ ही कार्रवाई करना कहा तक न्याय संगत है|