क्राइम जर्नलिस्ट(सम्पादक-सेराज खान)
दुद्धी ब्लॉक में ग्राम पंचायतों के विकास कार्यों में धांधली।
दुद्धी/सोनभद्र।(प्रमोद कुमार)शासन द्वारा ग्राम पंचायतों में विकास कार्यों में पारदर्शिता लाने के लिए फर्म के माध्यम से विकास कार्य कराने का शासनादेश लागू किया गया है, लेकिन दुद्धी ब्लॉक में इसका उल्टा हो रहा है। ग्राम पंचायतों में निविदा प्रकाशन और फर्म चयन से ही साठगांठ शुरू हो जाती है और सरकारी धन का दुरुपयोग किया जा रहा है।
दुद्धी ब्लॉक के कई ग्राम पंचायतों में रीबोर, कायाकल्प के नाम पर बड़ी रकम की धांधली की जा रही हैं सप्लायर बोर में कम पीवीसी पाईप डलवा कर जहाँ पानी आ जाता हैं बोर कम कराकर अधिकारियों की मिली भगत से अधिक रकम भजा लेते हैं मुस्किल से साल दो साल में बोर भर जाता हैं,वही सीसी रोड सहित अन्य कार्यों के नाम पर एक दिन में लाखों-लाखों रुपये का भुगतान कर दिया जाता है। ग्राम पंचायत के धन को सप्लायरों के नाम भुगतान कर बंदरबांट किए जाने की आशंका जताई जा रही है।
इस खेल में सप्लायर और संबंधित अधिकारी मालामाल हो रहे हैं, जबकि गांव अपनी बदहाली पर आंसू बहाने को मजबूर हैं। यदि ग्राम पंचायतों में हुए मैटेरियल भुगतान की जांच हो तो बंदरबांट का खुलासा हो सकता है।
गांव में होने वाले विकास कार्य को अंदरखाने सप्लायर ही तय करते हैं और सप्लायर वही कार्य कराने का निर्णय लेते हैं जिसमें अधिक से अधिक मैटेरियल वाला होता है। इससे निम्न रेट वाले मैटेरियल का सप्लाई करने उच्च कोटि मैटेरियल का भुगतान कराकर मोटी कमाई की जा सकती है।
इस मामले में उच्च स्तरीय जांच की मांग की जा रही है, ताकि मैटेरियल सप्लाई की पोल खुल सके और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जा सके।