क्राइम जर्नलिस्ट(सम्पादक-सेराज खान)
कनहर सिंचाई परियोजना के लिए नाबार्ड से मिली 981.82 करोड़ की बजट।
शेष 116.29 करोड़ राज्य सरकार द्वारा देने पर सभी ठप पड़े कार्य हो जाएंगे शुरू।
दुद्धी/सोनभद्र।(प्रमोद कुमार)पिछले कई वर्ष से बजट की बाट जोह रही कनहर सिंचाई परियोजना अमवार को राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) ने 1098.11 करोड़ रुपए के रिवाइज बजट में 981.82 करोड़ रुपए देने की स्वीकृति दे दी है। आरआईडीएफ एक्सएक्सएक्स के अंतर्गत विगत 6 जनवरी को नाबार्ड के आयोजित निदेशक मंडल की स्वीकृति समिति की 209 वीं बैठक में सूबे की कनहर सिंचाई परियोजना के लिए धनराशि की स्वीकृति दी है। परियोजना की वर्तमान लागत करीब 3394 करोड़ रुपए है। जिसके रिवाइज बजट की शुरुवात 2021 में हुई थी। जिसकी सिंचाई विभाग के मुख्य अभियंता समिति से स्वीकृति मिली थी। फिर 14 नवंबरर 2023 को केंद्रीय जल आयोग से स्वीकृति मिली। पिछले 2 फरवरी को राज्य सरकार से 1098.11 करोड़ रुपए की वित्तीय स्वीकृति मिली। जिसमें नाबार्ड ने 981.82 करोड़ की स्वीकृति दी है। शेष 116.29 करोड़ रुपए राज्य सरकार देगी। उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार के कैबिनेट बैठक के बाद करीब तीन माह में ही नाबार्ड ने धनराशि देने की स्वीकृति दे दी। इससे उक्त सिंचाई परियोजना के ठप पड़े सभी कार्य शीघ्र शुरू होने की उम्मीद है।
565 विस्थापितों को पैकेज मिलना शेष
कनहर परियोजना के डूब क्षेत्र के 11 गांव के पूर्ण एवं आंशिक रूप से कुल 4143 विस्थापितों में से 3578 को पुनर्वास पैकेट एवं भवन निर्माण के लिए प्लाट पूर्व में दिया जा चुका है। शेष 565 विस्थापितों को पैकेज की अब धनराशि आसानी से मिल जाऐगी।
248.11 किमी नहरों का होना है निर्माण
डैम के शेष बचे कार्य में आयेगी तेजी
कनहर सिंचाई परियोजना का मुख्य उद्देश्य असिंचित भूमि को सिंचित करना है। जिसके लिए दुद्धी सहित चोपन ब्लॉक के 108 गांव की कृषि भूमि को सिंचित करने करने के लिए 248.11 किमी नहरों का निर्माण होना है। इसमें 104.85 किमी. मुख्य नहरें एवं शाखायें तथा 144.19 किमी लंबे राजवाहों एवं अल्पिकाओं के माध्यम से 26075 हेक्टेयर कृषि योग्य क्षेत्र में दोनों फसलों को मिलाकर कुल 35467 हेक्टेयर क्षेत्र सिंचित करने का प्रस्ताव है। यह बजट के आभाव में नहीं हो पा रहा था। नहरों के निर्माण के लिए ज्यादातर भूमि का मुआवजा संबंधितों को दिया जा चुका है। नहरों के निर्माण के लिए एनजीटी से स्वीकृति एवं टेंडर प्रक्रिया बाकी है।
कनहर सिंचाई परियोजना के मुख्य बांध स्पिल्वे के शेष कार्य समेत जल सेतु एवं जल सुरंग के कार्यों में तेजी आ जाएगी। बजट के आभाव में नेशनल हाईवे एवं रेलवे ट्रैक के ऊपर से गुजरने वाले जल सेतु का कार्य पिछले कई वर्षों से ठप पड़ा था।