क्राइम जर्नलिस्ट(सम्पादक-सेराज खान)

बीते दिनों बारिश के दिनों में कनहर नदी में बाढ़ से रपटा बहने से महीनों से आव गमन बाधित होने से ग्रामीण परेशान।

दुद्धी/सोनभद्र।(प्रमोद कुमार) तहसील मुख्यालय से 12 किलोमीटर की दूरी पर स्थित अमवार गांव के बगल में बहने वाली कनहर नदी पर बना रपटा ( मार्ग) बह जाने के कारण कई गांवों के लोगों का आना जाना बन्द हो गया है जिससे लोगों को कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। क्षेत्र के बैरखड़, कुदरी, हरपुरा, बरखोहरा, धोरपा और झारखंड के अन्य गांवों से आने वाले लोगों को कई विषम परिस्थितियों से जूझना पड़ रहा है ।इस मार्ग से बाइक भी अच्छे से नहीं आ जा सकता है ।पैदल चलने वाले लोग किसी तरह आवागमन कर पाते है। बाइक सवार तो कनहर बांध के ऊपर से आना जाना करते हैं । भाजपा नेता सुरेन्द्र अग्रहरि ने बताया कि कनहर नदी पर बने बांध के नीचे लोगो के आवागमन के लिए रास्ता बना था जो बाढ़ के कारण बह गई और कई जगहों पर क्षतिग्रस्त भी हो गई है उस मार्ग पर केवल पत्थर ही दिखाई दे रहे हैं। क्षेत्र के लोग कई बार तहसील दिवस और अन्य अधिकारियों से मिल कर अपनी व्यथा सुनाई लेकिन उनकी बातों को अनसुना कर दिया। कनहर सिंचाई परियोजना का काम भी सुस्त पड़े होने के कारण उनके अधिकारी इस मार्ग को लेकर संवेदनशील नहीं हैं। अमवार, बघाडू , सुन्दरी, भीसुर , कोरची के लोगो को चारपहिया वाहन से विंढमगंज और झारखंड की ओर आने जाने में काफी कम दूरी तय करनी पड़ती थी लेकिन इस मार्ग के बह जाने के कारण आवागमन बाधित है जिससे इनको 30 किलोमीटर की अधिक दूरी तय करनी पड़ती हैं। सुन्दरी के पूर्व प्रधान फणीश्वर जायसवाल, अमवार के ईश्वरी प्रसाद निराला, बघाडू के प्रधान अब्दुल्ला , कोरची के जीत सिंह खरवार, बैरखड़ के प्रधान उदय पाल, हरपुरा के मनोज गुप्ता, बरखोहरा के सूरजमन यादव ने इस मार्ग को बनवाने को लेकर भाजपा नेता सुरेन्द्र अग्रहरि से मिलकर अपनी समस्या बताई ।सुरेन्द्र अग्रहरि ने जिलाधिकारी महोदय से मांग किया है कि इस मार्ग को किसी भी मद से अविलंब बनवाया जाए जिससे ग्रामवासियों को आने जाने में असुविधा ना हो और उनको अधिक दूरी तय न करनी पड़े अन्यथा क्षेत्रवासियों के साथ मिलकर धरना प्रदर्शन करने को बाध्य होंगे जिसकी पूरी जिम्मेदारी जिलाप्रशासन की होगी।