Crime Journalist (सम्पादक – सेराज खान)
ब्यूरो चीफ सुल्तानपुर-आकृति अग्रहरि
योगीजी, क्या पीड़ित महिला को मिलेगा न्याय, या फिर पुलिस करायेगी उसके आबरू का सौदा?
प्यार में मिला धोख़ा,लूट गयी उसकी इज्जत, अब रसूखदारो के दबाव में पुलिस लगी है लगवाने में आबरू की कीमत!
शादी का झांसा देकर आरोपी ने बनाया अवैध सम्बन्ध, धोखे से दवा खिलाकर किया गर्भपात, अब शादी करने से कर रहा है इन्कार!
सुल्तानपुर – अयोध्या की रहने वाली एक युवती ने शादी का झांसा देकर एक युवक पर यौन शोषण का आरोप लगाया है। उसने धोखे से दवा खिलाकर गर्भपात का भी आरोप लगाया है। पीड़िता का यह भी आरोप है कि उससे आरोपी ने व्यापार करने के लिए पैसा लिया और वापस नहीं किया। पीड़ित युवती ने पुलिस अधीक्षक से मिलकर आपबीती बताते हुए मामले की शिकायत की, किन्तु अभी तक पीड़िता इंसाफ के लिए दर दर भटकने को मजबूर है।
बताते चले कि अयोध्या के तारुन थाना अंतर्गत गांव की रहने वाली एक गरीब युवती रोजगार के सिलसिले में कोतवाली नगर के एक मोहल्ले में रहती है। पीड़िता ने बताया कि जनवरी 2024 में कोतवाली देहात के हनुमानगंज थाना अंतर्गत अहिमाने बाजार निवासी लकी जायसवाल पुत्र अशोक जायसवाल से मेरी मुलाक़ात हो गई। फिर वो धीरे-धीरे पीड़िता से सम्बन्ध बढ़ाने लगा। पीड़िता की अगर मानें तो अप्रैल माह में लकी मेरे कमरे पर आया और शादी का झांसा देकर उसने शारीरिक सम्बन्ध बनाया। इसके बाद कई बार मेरे रूम और कई बार अपने कमरे पर ले जाकर उसने मुझसे शारीरिक सम्बन्ध बनाया। छल कपट करते हुए उसने व्यवसाय का बहाना करके मुझसे एक लाख रुपए भी लिये।पीड़िता के अनुसार, इसी दौरान उसको गर्भ ठहर गया। मैंने ये बात लकी को बताया तो उसने हमें जबरदस्ती दवा खिलाकर मेरा गर्भ गिरा दिया। पीड़िता के अनुसार वो आप्राकृतिक सम्बन्ध बनाता रहा। बीतें 19 नवम्बर को वो मेरे कमरे पर आया, मैंने उस पर जब शादी करने का दबाव बनाया तो उसने मुझे जान से मारने की धमकी दी, और कहने लगा कि मैंने तुम्हारा वीडियो बना रखा है, यदि तुमने कही शिकायत किया तो सोशल मीडिया पर उसे वायरल कर दूंगा। पीड़िता ने इसकी कोतवाली नगर में शिकायत भी की, लेकिन कार्रवाई नहीं होने पर वो पुलिस अधीक्षक ऑफिस पहुंची और शिकायत दर्ज कराया। पीड़िता के अनुसार पुलिस अधीक्षक ने उसे आश्वासन दिया है कि जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।
कई दिन बीत जाने के बाद भी जब पीड़िता को कोई कार्यवाही होती न दिखी, तो वह बीतें दिन शनिवार को कोतवाली देहात पहुँचकर वहाँ पहले से मौजूद एसडीएम लंभुआ के समक्ष अपनी परेशानी बयाँ की। पीड़िता की समस्या सुनने के बाद जहां एसडीएम लंभुआ ने पीड़िता को निष्पक्ष न्याय दिलाने का भरोसा दिया, वही दूसरी तरफ वर्षो से जिले में अपने कारनामों से चर्चित रहा कोतवाली देहात इंस्पेक्टर सत्येंद्र सिंह विपक्षी से सांठगांठ कर उल्टा पीड़िता को न्याय देने की बजाय उल्टा पीड़िता पर ही अपने आबरू का ही सौदा करने का दबाव बनाते हुए दिखाई पड़े।
सोचनीये बात तो यह है कि जहां एक तरफ प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ जी प्रदेश भर में महिलाओ को सम्मान दिलाने का ढिंढोरा पीट रहे हैं, वही दूसरी तरफ उन्हीं के प्रदेश में जनपद सुल्तानपुर का एक पुलिस इंस्पेक्टर चन्द रुपयों की चाह में पीड़ित महिला के आबरू की कीमत लगवा रहा है। हद तो तब हो गयी जब थाना परिसर में रोती पीड़ित महिला के बावत जानकारी प्राप्त करने हेतु मीडिया ने इंस्पेक्टर कोतवाली देहात से वार्ता करना चाहा, तो उनकी तरफ से सीधे मुँह बात करने की बजाय दूरियाँ बनाई गयी, जबकि वही जब आरोपी लड़के के परिजन जब क्षेत्रीय रसूखदारों के साथ थाने पहुँचा, तो उनकी खातिरदारी में इस सम्मान के साथ स्वागत किया, जैसे वह आरोपी का नहीं बल्कि किसी मंत्री का स्वागत कर रहे हो।