क्राइम जर्नलिस्ट(सम्पादक-सेराज खान)

विभिन्न तालाबों व सरोवरों के तट पर माताओं ने की छठ पूजा, दिया डूबते सूर्य को अर्घ्य।

सुरक्षा के लिए जगह जगह आयोजकों ने तैनात किए थे वालेंटियर, पुलिस ने पुलिस बल तैनात।

दुद्धी/सोनभद्र।(प्रमोद कुमार)छठ का महान पर्व शांत व सौहार्दपूर्ण वातावरण में बड़े ही आस्था के साथ मनाया गया। चार दिवसीय छठ पूजा के तृतीय दिन गुरुवार को दोपहर बाद व्रती माताएं अपने परिवार के साथ तालाबों को प्रस्थान करने लगी परिजन सिर पर सूप व हाथों में गन्ना लिए तालाब व सरोवरों की तरफ व्रती महिलाओं संग प्रस्थान करने लगे।कुछ माताएं पैदल तो कुछ माताएं पूरे मार्ग जमीन में लेटकर कर दोनों हाथों से छठ मैया को नमन कर आशीर्वाद मांगते हुए छठ घाटों को प्रस्थान करने लगी।कुछ लोग बैंड बाजे के साथ तो कुछ छठ गीत गाते हुए तालाबों पर जाने लगें। तालाब पहुँच कर अपने बनाये वेदी पर सूप रख कर छठ माता का घ्यान लगाया।

सूर्य अस्त होने से पूर्व माताओं ने तालाब में स्नान कर डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया।और फिर अपने वेदी स्थल पहुँच कर अपने अपने सूप पर घी के दीपक जलाया।और छठ मैया का ध्यान लगा कर अपनी मन्नतों को मांगी।देर शाम 7 बजे से माताएं अपने घरों को प्रस्थान करने लगी।

शुक्रवार की सुबह पुनः माताएं अपने अपने घरों से 4 बजे भोर में सरोवरों की ओर प्रस्थान कर अपने वेदी स्थल पर पहुँची। वेदी स्थल पर अपनी सूप को रखकर सूर्योदय का प्रतीक्षा में लगी रही।सूर्योदय से पहले माताओं ने स्नान कर उगते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया।और संतान व घर में सुख समृद्धि का वरदान मांगा।इस प्रकार से छठ का महान पर्व दुद्धी में कुशलता से सम्पन्न कर लिया गया।छठ के पर्व का आयोजन अमवार , जाबर , खजुरी ,दिघुल धनौरा के कनहर ठेमा लकड़ा नदी सहित कैलाश कुंज द्वार, लौवा नदी तट व प्राचीन शिवाजी तालाब तट के अलावा अन्य स्थानों पर भी हुआ। हिन्दू धर्म की मान्यता के अनुसार जो माताएं जिनकी संतान नही है उनके द्वारा छठ का व्रत रखकर पूजन करने पर सूर्योदय की उपासना से संतान की प्राप्ती होती है।वही संतान दीर्घायु व परिवार में सुख समृद्धि आती है।इसी वजह से महिलाएं छठ पर्व को बड़े ही आस्था के साथ मनाती है।

स्वच्छ व सुरक्षित वातावरण में हुआ छठ पूजा का आयोजन

दुद्धी,सोनभद्र : प्राचीन शिवाजी तालाब के घाटों पर साफ सफाई व रंगरोगन का कार्य नगर पंचायत द्वारा चकाचक करायी गयी थी। क्षतिग्रस्त आरसीसी रोड का भी जीर्णोद्धार कराया गया था। छठ पूजा के आयोजकों में जय बजरंग अखाड़ा समिति व सहयोगी कमेटी रामलीला कमेटी द्वारा पथप्रकाश की व्यवस्था, पश्चिमी घाट पर टेंट, पूजा पाठ के सामग्री जैसे लकड़ी, आम का पोलों, दातुन व दुग्ध की व्यवस्था करायी गयी थी।

जिससे किसी भी व्रती महिलाओं को किसी भी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े।साथ ही सभी दुर्गापूजा समितियों व सामाजिक संघठनो ने इस त्योहार में पूर्ण सहयोग किया। इसके अलावा कई श्रद्धालुओं ने जगह जगह टेंट की व्यवस्था करायी थी।कई श्रद्धालुओं ने माताओं के सूप में पूजन सामग्री ,फल आदि चढ़ाया। पूजा के दौरान परिसर में लगे मेले में अराजकतत्वों पर नजर रखने के लिए जगह जगह वालेंटियर तैनात किए गए थे।पुलिस प्रशासन की तरफ से भी जगह जगह पुलिस बल तैनात थे। इस दौरान अपर पुलिस अधीक्षक त्रिभुवन नाथ त्रिपाठी, पुलिस उपाधीक्षक प्रदीप सिंह चंदेल उपजिलाधिकारी निखिल यादव, कस्बा प्रभारी एमपी सिंह, नगर पंचायत अध्यक्ष कमलेश मोहन, कन्हैया लाल अग्रहरि, कमल कानू, दीपक शाह, आलोक अग्रहरि, अविनाश वाह वाह, पंकज जायसवाल,सभासद निरंजन कुमार, सुरेन्द्र गुप्ता, राकेश आजाद, रामपाल जौहरी, मनीष जायसवाल, भोलू जायसवाल, विपिन बिहारी, कृपा शंकर अग्रहरि,सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी कर्मचारी सहित आयोजन समिति के पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने व्यवस्थाओं पर डटे रहे।