क्राइम जर्नलिस्ट(सम्पादक-सेराज खान)
विराट शिव गुरु महोत्सव में उमड़ा जनसैलाब,बहन बरखा दीदी के विचारों को सुन मनमुग्ध हुए शिव शिष्य भाई- बहन।
दुद्धी/सोनभद्र।(प्रमोद कुमार)रविवार को कस्बे के त्रिभुवन फील्ड राजकीय इंटर कॉलेज खेल मैदान पर रविवार को विराट शिव गुरु महोत्सव शिव चर्चा का भव्य आयोजन किया गया ।इस कार्यक्रम का आयोजन शिव शिष्य परिवार द्वारा किया गया था, जिसका मुख्य उद्देश्य भगवान शिव के गुरू स्वरूप से लोगों को जागरूक करना था।जहां क्षेत्र जिले व पड़ोसी राज्यों से हजारों की संख्या में शिव शिष्य परिवार के लोग पहुंचे ।
रविवार को त्रिभुवन फील्ड जीआईसी खेल पर आयोजित विराट शिव गुरु चर्चा की शुरुआत भगवान शिव व ब्रह्मलीन श्री स्वामी हरिंद्रानंद एवं उनकी अर्धांगिनी ब्रह्मलीन श्रीमति स्वामी नीलम आनंद के चित्र पर दीप प्रज्ज्वलित व पुष्प अर्पित कर किया गया । विराट शिव गुरु महोत्सव चर्चा को संबोधित करते हुए झारखंड के रांची से पधारी ब्रह्मलीन श्री स्वामी हरिंद्रानंद के पुत्रवधु दीदी बरखा आनंद ने कहा कि भगवान शिव न केवल एक देवता हैं, बल्कि वे एक गुरू भी हैं। शिव के गुरू स्वरूप से लोगों को ज्ञान प्राप्त करना चाहिए, न कि केवल धन और संपत्ति की ओर ध्यान देना चाहिए। कहा कि शिव जगतगुरू हैं और जगत का एक-एक व्यक्ति चाहे वह किसी धर्म, जाति, संप्रदाय, लिंग का हो शिव को अपना गुरू बना सकता है। उन्होंने कहा कि शिव का शिष्य होने के लिए किसी पारंपरिक औपचारिकता या दीक्षा की आवश्यकता नहीं है।आगे उन्होंने कहा कि शिव के शिष्य एवं शिष्याएँ अपने सभी आयोजन “शिव गुरु हैं और संसार का एक-एक व्यक्ति उनका शिष्य हो सकता है” इसी प्रयोजन से करते हैं। उन्होंने कहा कि शिव का शिष्य होने में मात्र तीन सूत्र ही सहायक हैं।पहला सूत्र में अपने गुरू शिव से मन ही मन यह कहें कि “हे शिव, आप मेरे गुरू हैं, मैं आपका शिष्य हूँ, मुझ शिष्य पर दया कर दीजिए।एवं दूसरा सूत्र में सबको सुनाना और समझाना है कि शिव गुरू हैं ताकि दूसरे लोग भी शिव को अपना गुरू बनायें ।वहीं तीसरा सूत्र में अपने गुरू शिव को मन ही मन प्रणाम करना है। इच्छा हो तो “नमः शिवाय” मंत्र से शिव को प्रणाम किया जा सकता है।
इससे पूर्व विराट शिव गुरु महोत्सव का हिस्सा बने रेणुकूट से आए शिष्य रामचंद्र भाई द्वारा मन मुग्ध कर देने वाला शिव भजन ‘ दयालु तुम्हारी दया चाहता हूं ….चरणों में तेरी जगह चाहता हूं कि शानदार प्रस्तुति दी गई । साथ ही बिहार के बक्सर से कार्यक्रम का हिस्सा बने गुरुभाई सतीश द्वारा भोजपुरी शिव भजन ‘साहब के कहल कहत तानी, हम हरिंद्रानंद के कहल कहत तानी …हम सब लोग गुरु बनाला भोला के सब दुख दूर हो जाई…गुरुओं के गुरु हहुवे हमार भोले दानी ‘ की सुंदर शिव भजन प्रस्तुति ने लोगों का मन मुग्ध कर दिया ।
इस मौके कैलाश गुप्ता सूर्य नारायण भोला सोनी रामानुज दुबे शिवकुमार सीताराम कौशल्या देवी चंचला देवी विमला देवी बसंती देवी ममता मंजू रीता देवी के अलावा इस विराट शिव गुरु महोत्सव में सीमावर्ती एवं क्षेत्रों से हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए।