क्राइम जर्नलिस्ट(सम्पादक-सेराज खान)

दिल्ली में नेशनल अवार्ड से सम्मानित डॉ० लवकुश प्रजापति को प्रबुद्धजनों ने किया सम्मानित

दुद्धी/सोनभद्र।(प्रमोद कुमार)नगर के ग्रीन स्टार होटल में सोमवार की रात्रि पंडित दीनदयाल उपाध्याय विचार मंच के तत्वावधान में सम्मान कार्यक्रम का आयोजन किया गया ।आकर्षण आयोजित कार्यक्रम में डॉ० अंबेडकर साहित्य श्री नेशनल अवार्ड से सम्मानित डॉ लवकुश प्रजापति का अभिनंदन /सम्मान समारोह का आयोजन किया गया |

इस दौरान डॉक्टर लवकुश प्रजापति ने कहा कि साहित्यिक लेखन की यात्रा किशोरावस्था से ही रही है । ज्योतिबा फुले अवार्ड , ” महियशीनुपुरी देवी ,डॉ अंबेडकर साहित्य श्री नेशनल अवार्ड आदि से अनवरत अविरल रूप से निर्बाध जारी है कहानी संस्मरण यात्रा द्वारा मौलिक रचना के माध्यम से आदिवासी जीवन शैली से लेकर समसामयिक चिंतन का रचनाओं में विशेष प्रभाव रहा है, पंडित दीनदयाल उपाध्याय विचार मंच परिवार द्वारा आयोजित सम्मान समारोह से अभिभूत डॉ लवकुश प्रजापति ने उपस्थित सभी साथियों सहयोगियों का धन्यवाद आभार व्यक्त किया।इस दौरान आयोजक मंडल व शुभचिंतको द्वारा उन्हें स्मृति चिन्ह सम्मान पत्र, अंगवस्त्रम, माल्यार्पण कर सम्मानित किया गया।इस दौरान डॉ० लवकुश प्रजापति की अर्धांगिनी तारा देवी पुत्र डॉ० हर्षवर्धन व पुत्रवधू सुनैना प्रजापति के अलावा डॉ संजय कुमार गुप्ता की अर्धांगनी आरती देवी, महामंत्री जितेन्द्र कुमार चन्द्रवंशी की अर्धांगिनी अनिता देवी, सभासद राकेश आजाद अर्धांग्नी व अन्य लोगों ने अंगवस्त्रम भेंट कर सम्मानित किया |

प्रमुखजनों में सिविल बार एसोसिएशन के अध्यक्ष विष्णु कांत तिवारी एडवोकेट बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष प्रेमचंद यादव एड० डॉ० लखन राम जंगली, विंध्यवासिनी प्रसाद ग्राम प्रधान प्रतिनिधि निरंजन जायसवाल, सुषमा जायसवाल आदि लोगों ने डॉक्टर अंबेडकर साहित्य श्री नेशनल अवार्ड सम्मान को लेकर ढेरों सारी बधाईयां एवं उज्जवल अविरल साहित्य रचना की शुभकामना दी | कार्यक्रम की अध्यक्षता सिविल बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष वरिष्ठ अधिवक्ता नंदलाल अग्रहरि द्वारा किया गया। उन्होंने कहा कि यह गौरवान्वित करने वाला पल पंडित दीनदयाल उपाध्याय विचार मंच परिवार सहित प्रबुद्धजनों के लिए है मुक्त कंठ से साहित्य चिकित्सा एवं सामाजिक गतिविधियों में अग्रणी भूमिका प्रदान करने वाला है। कार्यक्रम का सफल संचालन महामंत्री जितेन्द्र कुमार चन्द्रवंशी द्वारा किया गया।