क्राइम जर्नलिस्ट(सम्पादक-सेराज खान)

नगवा और अमवार में कनहर नदी से अवैध खनन का खेल।

दुद्धी/सोनभद्र।(प्रमोद कुमार)बघाडू वन रेंज क्षेत्र में इन दिनों अवैध खनन माफियाओं के हौसले बुलंद हैं। नगवा और अमवार गांव में कनहर नदी से रात्रि में अवैध खनन का धंधा जोरों पर है। ग्रामीणों का आरोप है कि अवैध खनन माफिया प्रशासन की आंखों में धूल झोंककर अपना धंधा चला रहे हैं।
ग्रामीणों ने बताया कि कनहर नदी के धुरघाट, अमवार महुआ के पास और श्मशान घाट पर अवैध खनन के लिए सुरक्षित ठिकाना बन गया है। रात ढलते ही खनन कर्ता नदियों से खनन के फिराक में जुट जाते हैं और तय समय सीमा के अंदर खनन का खेल खेलते हैं।
सूत्रों का कहना है कि रात के अंधेरे में नदियों से खनन करके अमवार चौकी के आसपास सहित अन्य जगहों पर बालू की आपूर्ति करते हैं। रात भर में 7 से 8 चक्कर बालू ट्रैक्टर से खनन कर्ता के द्वारा लगाई जाती हैं और बालू गिरने के बाद लेबल कर दिया जाता है ताकि देखने में लगे कि बालू बाहर से लाया गया है।
ग्रामीणों का आरोप है कि प्रशासन की दोहरी नीति से विस्थापितों और आमजन में आक्रोश है। कुछ खनन कर्ताओं की प्रशासन से ऐसी पकड़ है कि उनके ट्रैक्टर नहीं पकड़े जाते हैं, जबकि अन्य लोगों के ट्रैक्टर आसानी से पकड़ लिए जाते हैं।
ग्रामीणों ने प्रशासन से अवैध खनन पर कार्रवाई करने की मांग की है। उनका कहना है कि अवैध खनन से सरकारी राजस्व का नुकसान हो रहा है और विस्थापितों को भवन निर्माण के लिए बालू नहीं मिल पा रही है।