Crime Journalist (सम्पादक – सेराज खान)

ब्यूरो चीफ सुल्तानपुर- आकृति अग्रहरि

सभागार लोकार्पण को लेकर जन प्रतिनिधियों में मची रार!

बीडीओ के हटने के बाद लंभुआ प्रमुख प्रतिनिधि और विधायक आमने सामने!

11 फरवरी को हुआ था पंडित दीनदयाल सभागार का लोकार्पण!

सुल्तानपुर। जिले की पूर्व सांसद व केंद्रीय मंत्री मेनका संजय गांधी की सांसद निधि से निर्मित पंडित दीनदयाल उपाध्याय सभागार के लोकार्पण कार्यक्रम को लेकर दो माननीय आमने-सामने हो गए हैं।सोशल मीडिया पर प्रहार किए जाने और अचानक प्रतापपुर कमैचा के खंड विकास अधिकारी के ट्रांसफर के बाद स्थानीय विधायक और ब्लॉक प्रमुख पति व प्रतिनिधि के बीच जुबानी जंग सामने आ गई है। जहां एक तरफ 3 साल तक बी डी ओ के जमे रहने और कार्यकाल के दौरान हुए विकास कार्यों की गुणवत्ता की जांच की शिकायत सूबे के उपमुख्यमंत्री से हुई है, तो प्रमुख प्रतिनिधि भी विधायक से हो रहे विकास कार्यों की गुणवत्ता पर प्रश्न चिन्ह खड़े कर उसके जांच की भी मांग कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि 11 फरवरी को सांसद निधि 17.5 लाख से निर्मित सभागार का लोकार्पण ब्लॉक प्रमुख सुषमा जयसवाल द्वारा दिया गया था। लोकार्पण कार्यक्रम में अतिथि के रूप में भाजपा जिला अध्यक्ष डॉ आरए वर्मा और काशी क्षेत्र के महामंत्री सुशील त्रिपाठी भी शामिल रहे थे। लोकार्पण कार्यक्रम में स्थानीय भाजपा विधायक सीताराम वर्मा को आमंत्रित नहीं किया गया था, जिसकी शिकायत दूसरे दिन लंभुआ विधायक और एक अन्य भाजपाई दिग्गज नेता ने डिप्टी सीएम बृजेश पाठक से मिलकर की और तत्काल बीडीओ के स्थानांतरण की मांग की। डिप्टी सीएम के आदेश पर बीडीओ पीपी कमैचा देव नायक सिंह को रातों-रात हटाकर भदैया में तैनात कर दिया गया। इसकी जानकारी मिलते ही ब्लॉक प्रमुख प्रति व प्रतिनिधि अरुण जायसवाल ने शुक्रवार को सोशल मीडिया पर पोस्ट कर हलचल मचा दी कि स्थानीय विधायक किसी और के नाम पर सभागार का नाम चाह रहे थे ऐसा न होने पर बीडीओ का स्थानांतरण कर दिया।

बीडीओ के पूरे कार्यकाल के कार्यों की होगी जांच – विधायक!

सुल्तानपुर – सोशल मीडिया पर प्रमुख प्रतिनिधि अरुण जायसवाल के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए स्थानीय विधायक सीताराम वर्मा ने कहा कि आरोप निराधार है मैं किसी भी परिवार के सदस्य के नाम पर सभागार के नामकरण को लेकर दबाव नहीं बनाया था। 11 फरवरी को क्षेत्रीय विधायक होने के बावजूद मुझे वीडियो देवनायक सिंह द्वारा आमंत्रित नहीं किया गया। पिछले 3 साल से प्रतापपुर कमैचा में कार्यरत बीडीओ को काफी समय से शिकायत मिल रही थी। जिसके बाद उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक से मिलकर पूरी जानकारी मैंने दी और पिछले 3 साल में हुए विकास कार्यों की गुणवत्ता की उच्च स्तरीय जांच की मांग भी मैने की है ।भाजपा लंभुआ विधायक सीताराम वर्मा ने आगे कहा कि उन्हें अन्य किसी जनप्रतिनिधि से कोई शिकायत नहीं है, पर विधानसभा में विकास कार्यों में धांधली को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

खुद के विकास कार्य की धांधली पर पर्दा डाल रहे विधायक !

सुल्तानपुर – सांसद निधि से जारी साढ़े 17 लाख की धनराशि से बने सभागार के लोकार्पण कार्यक्रम के बाद ब्लॉक प्रमुख सुषमा जयसवाल के पति और प्रतिनिधि अरुण जायसवाल ने भी स्थानीय विधायक के खिलाफ आक्रामक रुख अख्तियार कर लिया है।बीडीओ देवनायक के अचानक हटाए जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि लगातार क्षेत्र पंचायत बैठक में विधायक को आमंत्रित किया गया, पर वह बैठक में शामिल नहीं हुए। इतना ही नहीं दिसंबर में मेरे ब्लॉक परिसर में विधायक द्वारा कंबल वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया और ब्लॉक प्रमुख को निमंत्रण भी नहीं दिया गया। इतना ही नहीं अगर बीडीओ की कार्यशैली ठीक नहीं थी तो उन्हें विधानसभा के बाहर भेजना था पर भदैया में बीडीओ की तैनाती कर कर उन्होंने खुद ही अपने आप बचाव कर दिया। प्रमुख प्रतिनिधि ने आगे कहा कि विधायक निधि से हो रहे विकास कार्य की गुणवत्ता की जांच हो जाए तो हकीकत से पर्दा उठ जाएगा।